Pashupalan ke Aadhunik Aayam
by M A Akbar, A K Verma
ISBN: 9789359195247
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Imprint : Daya Publishing House
Year : 2025
Price : Rs. 9995.00
Biblio : x+284p., tabls., figs. ind 25 cm
Author Profile
प्रोफेसर डाॅ. एम.ए. अकबर ने हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार से पोस्ट गे्रजुएट एवं पी.एच.डी. की उपाधि प्राप्त की है। इन्होंने सहायक प्राध्यापक/ सह-प्रध्यापक एवं प्रध्यापक के रूप में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में कार्य किया है। डाॅ. अकबर पशुविज्ञान में पशुपोषण विशेषज्ञ के साथ-साथ एक ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक है। इनकी 5 पुस्तकें 3 तकनीकी बुलेटिन तथा 160 से अध्कि शोध्-पत्रा प्रकाशित हो चुका है। डाॅ. अकबर ने यू.के. (स्काॅटलैंड), जर्मनी, फिनलैंड, हंगरी, अमेरिका, सिंगापुर, मलेशिया की अंतराष्ट्रीय प्रयोगशालाओं में शोध कार्य कर चुके है। इन्होंने सयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफ.ए.ओ.) में पफीड रिसोर्स विशेषज्ञ के रूप में अपनी सेवा प्रदान कर चुके है।
डाॅ. अजय कुमार वर्मा, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार से पशुधन उत्पादन एवं प्रबन्धन (पशुपोषण) में पोस्ट-ग्रेजुएट एवं पी.एच.डी की उपाधि प्राप्त की है। डाॅ. वर्मा ने सहायक, प्राध्यापक, सह प्राध्यापक एवं प्राध्यापक पद पर हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार से कार्य कर चुके हैं। इन्हें आई.सी.ए.आर - एस.आर.एफ., उच्च शोध कार्य हेतु हरिओम आश्रम ट्रस्ट अवाई तथा उच्च कोटि के शोध-पत्र प्रकाशन हेतु वी.आर. मोमोरियल गोल्ड मेडल अवार्ड मिल चुका है। इनके कुशल निर्देशन में विभिन्न छात्रों ने पी.एच.डी की उपाधि प्राप्त की है। इनके विभिन्न शोध-पत्र राष्ट्रीय तथा अन्तराष्ट्रीय शोध-प्रत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके है। इसके अतिरिक्त डाॅ. वर्मा को ग्रामीण डेयरी एवं पोल्ट्री किसानों के साथ कार्य करने का विशेष अनुभव प्राप्त है। सेवानिवृत्ति के उपरान्त इन्होंने फिजी राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, फिजी में पशुचिकित्सा विज्ञान में तीन वर्षों तक शिक्षण कार्य भी किया है।
About The Book
यह पुस्तक हमारे देश के हिंदी भाषी क्षेत्रों की परिस्थितियों तथा पशुपालकों की निरंतर मांग व उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर, पशुपालन के सभी पहलुओं को समेट कर आम बोलचाल की भाषा में विस्तार पूर्वक लिखी गई है। इस पुस्तक में मुख्यतः पशुओं की विभिन्न नस्लों, प्रजनन विधियों तथा कृत्रिम गर्भाधन, पशु आहार, पशु प्रबंधन एवं आवास व्यवस्था, पशुओं में होने वाली बीमारियों एवं उनके निदान, टीकाकरण, अंतः व बाह्य परजीवियों से बचाव एवं निदान, दूध से बनने वाले पदार्थ, आहार, औषधि, टीके, ऋण एवं बीमा आदि वेफ बारे में सरल हिंदी भाषा में विस्तृत जानकारी दी गई है। आशा है कि इस पुस्तक से पशुपालन के क्षेत्र में रुचि रखने वाले सभी व्यक्ति लाभान्वित होंगे।
Table of Contents
प्रस्तावना अ
डेयरी पशुओं की वर्तमान स्थिति 1
नस्लें एवं चयन 7
पशु प्रजनन एवं विधियां 53
आवास व्यवस्था 65
पशु प्रबंध 71
आहार व्यवस्था 93
पशु रोग एवं उनकी रोकथाम 135
पशुपालन का आर्थिक महत्त्व 161
गोबर एवं फार्म अवशेषों का सदुपयोग 175
दूध एवं दूध से बनने वाले पदार्थ 181
मासिक आधर पर पशुओं का पंचांग 185
पशुपालन संबंधी आवश्यक तालिकाएं 195
बकरी पालन 219
भेड़ पालन 233
शूकर (सूअर) पालन 243
अंडे प्राप्त करने के लिए मुर्गीपालन 259
बत्तख पालन 271
बटेर पालन 279